एक तुम्हारा होना
क्या से क्या कर देता है,
बेज़ुबान छत दीवारों को
घर कर देता है।
ख़ाली शब्दों में आता है
ऐसे अर्थ पिरोना
गीत बन गया-सा लगता है
घर का कोना-कोना
एक तुम्हारा होना
सपनों को स्वर देता है।
आरोहों-अवरोहों से
समझाने लगती हैं
तुमसे जुड़ कर चीज़ें भी
बतियाने लगती हैं
एक तुम्हारा होना
अपनापन भर देता है।

माहेश्वर तिवारी
माहेश्वर तिवारी (जन्म – 22 जुलाई 1939) हिंदी के प्रसिद्ध गीतकार हैं. आपकी रचनायें सभी प्रमुख राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं तथा कई समवेत संग्रहों में प्रकाशित हैं.