एक तुम्हारा होना

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कविता : एक तुम्हारा होना

एक तुम्हारा होना
क्या से क्या कर देता है,
बेज़ुबान छत दीवारों को
घर कर देता है।

ख़ाली शब्दों में आता है
ऐसे अर्थ पिरोना
गीत बन गया-सा लगता है
घर का कोना-कोना

एक तुम्हारा होना
सपनों को स्वर देता है।

आरोहों-अवरोहों से
समझाने लगती हैं
तुमसे जुड़ कर चीज़ें भी
बतियाने लगती हैं

एक तुम्हारा होना
अपनापन भर देता है।

माहेश्वर तिवारी

माहेश्वर तिवारी (जन्म – 22 जुलाई 1939) हिंदी के प्रसिद्ध गीतकार हैं. आपकी रचनायें सभी प्रमुख राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं तथा कई समवेत संग्रहों में प्रकाशित हैं.

माहेश्वर तिवारी (जन्म – 22 जुलाई 1939) हिंदी के प्रसिद्ध गीतकार हैं. आपकी रचनायें सभी प्रमुख राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं तथा कई समवेत संग्रहों में प्रकाशित हैं.

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