पाप करना पाप नहीं
पाप की बात करना पाप है

पाप करने वाले नहीं डरते
पाप की बात करने वाले
डरते हैं!

मत डरिए,
चाहे जितना पाप करें
आप उतना पाप करें
जितना कि किसी का
बाप भी ना कर सके।

बस, बात ना करें
बातें करना पाप है
सबसे बड़ा पाप।

(अनुवाद : नीरज दइया)

प्रेमजी प्रेम
+ posts

प्रेमजी प्रेम राजस्थानी भाषा के अग्रणी कवियों में से एक हैं.

प्रेमजी प्रेम राजस्थानी भाषा के अग्रणी कवियों में से एक हैं.

नवीनतम

फूल झरे

फूल झरे जोगिन के द्वार हरी-हरी अँजुरी में भर-भर के प्रीत नई रात करे चाँद की

तुमने छोड़ा शहर

तुम ने छोड़ा शहर धूप दुबली हुई पीलिया हो गया है अमलतास को बीच में जो

कोरोना काल में

समझदार हैं बच्चे जिन्हें नहीं आता पढ़ना क, ख, ग हम सब पढ़कर कितने बेवकूफ़ बन

भूख से आलोचना

एक मित्र ने कहा, ‘आलोचना कभी भूखे पेट मत करना। आलोचना पेट से नहीं दिमाग से