पाप करना पाप नहीं
पाप की बात करना पाप है

पाप करने वाले नहीं डरते
पाप की बात करने वाले
डरते हैं!

मत डरिए,
चाहे जितना पाप करें
आप उतना पाप करें
जितना कि किसी का
बाप भी ना कर सके।

बस, बात ना करें
बातें करना पाप है
सबसे बड़ा पाप।

(अनुवाद : नीरज दइया)

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प्रेमजी प्रेम राजस्थानी भाषा के अग्रणी कवियों में से एक हैं.

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