मैंने नहीं देखा ईश्वर को
कभी महसूस नहीं किया उसके स्पर्श को
नहीं देखा प्रार्थनाओं को पूरा होते
बस तुम्हें खिलखिलाते हुए देखती हूँ
तो गूंजने लगती है
शंखध्वनि सी
उभरने लगता है ईश्वर का चेहरा
तुम्हारे स्पर्श की ऊष्मा में
मैं पाती हूँ स्पर्श देवत्व का
तुम्हारा साथ ही है
प्रार्थनाओं का पूरा होना।
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मीनाक्षी जोशी
मीनाक्षी जोशी (जन्म : १६ जून, १९८३) सीकर, राजस्थान से हैं और इन दिनों वहाँ बतौर शिक्षिका कार्यरत हैं। आप ‘बुक-बाबू’ साहित्यिक संस्था से भी जुड़ी हैं। आपसे Meenakshivini1516@gmail.com पे बात की जा सकती है।