वसंतसेना

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वसंतसेना -by-srikant-verma

सीढ़ियाँ चढ़ रही है
वसंतसेना

अभी तुम समझोगी
वसंतसेना
अभी तुम युवा हो

सीढ़ियाँ समाप्त नहीं
होती
उन्नति की हों
अथवा
अवनति की

आगमन की हों
या
प्रस्थान की
अथवा
अवसान की
अथवा
अभिमान की

अभी तुम
समझोगी
वसंतसेना

सीढ़ियाँ
चढ़ना
आसान है

सीढ़ियाँ
उतरना
जिन सीढ़ियों पर
चढ़ते हैं, हम,
उन्हीं सीढ़ियों से
उतरते हैं, हम

निर्लिप्त हैं सीढ़ियाँ,

कौन चढ़ रहा है
कौन उतर रहा है
चढ़ता उतर रहा
या
उतरता चढ़ रहा है

कितनी चढ़ चुके
कितनी उतरना है
सीढ़ियाँ गिनती हैं
सुनती हैं
वसंतसेना।

श्रीकांत वर्मा
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श्रीकांत वर्मा (1931 – 1986) गीतकार, कथाकार तथा समीक्षक के रूप में जाने जाते हैं. आप ‘मगध’ काव्य संग्रह के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हुए.

श्रीकांत वर्मा (1931 – 1986) गीतकार, कथाकार तथा समीक्षक के रूप में जाने जाते हैं. आप ‘मगध’ काव्य संग्रह के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हुए.

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