प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है

1 min read
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है : ग़ज़ल

प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है
नए परिंदों को उड़ने में वक़्त तो लगता है

जिस्म की बात नहीं थी उन के दिल तक जाना था
लम्बी दूरी तय करने में वक़्त तो लगता है

गाँठ अगर लग जाए तो फिर रिश्ते हों या डोरी
लाख करें कोशिश खुलने में वक़्त तो लगता है

हम ने इलाज-ए-ज़ख़्म-ए-दिल तो ढूँड लिया लेकिन
गहरे ज़ख़्मों को भरने में वक़्त तो लगता है

हस्तीमल हस्ती
+ posts

हस्तीमल हस्ती हिन्दी ग़ज़ल में एक जाना पहचाना नाम है। इनका जन्म 11 मार्च 1946 को आमेर जिले के राजसमंद शहर राजस्थान में हुआ। 'प्यार का पहला खत लिखने में वक्त तो लगता है' जगजीत सिंह द्वारा गाई गई ये ग़ज़ल बहुत प्रसिद्ध हुई। क्या कहें किससे कहें, कुछ और तरह से भी, प्यार का पहला ख़त आदि इनके प्रमुख रचना संग्रह हैं। इनको विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया जिसमें महाराष्ट्र हिन्दी साहित्य अकादमी प्रमुख है।

हस्तीमल हस्ती हिन्दी ग़ज़ल में एक जाना पहचाना नाम है। इनका जन्म 11 मार्च 1946 को आमेर जिले के राजसमंद शहर राजस्थान में हुआ। 'प्यार का पहला खत लिखने में वक्त तो लगता है' जगजीत सिंह द्वारा गाई गई ये ग़ज़ल बहुत प्रसिद्ध हुई। क्या कहें किससे कहें, कुछ और तरह से भी, प्यार का पहला ख़त आदि इनके प्रमुख रचना संग्रह हैं। इनको विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया जिसमें महाराष्ट्र हिन्दी साहित्य अकादमी प्रमुख है।