जंगली कलहंस

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मेरी ऑलिवर |
तुम्हें अच्छा बनने की कोई ज़रूरत नहीं
तुम्हें अपने घुटनों पर आने की ज़रूरत नहीं
रेगिस्तान में सैकड़ो मील चलकर पछताते हुए
तुम्हें बस अपनी देह के कोमल पशु को छोड़ देना है प्रेम करने के लिए
उससे, जिसे वह प्रेम करता है

तुम मुझसे कहो अपनी निराशाएं और मैं कहूँगी तुम्हें अपनी
इस दौरान चलती रहेगी दुनिया
इस दौरान सूरज और बारिश की पारदर्शी बूंदें घूमती रहेंगी परिदृश्य में
घास के मैदानों और घने पेड़ों पर
पहाड़ों और नदियों पर
सी दौरान जंगली कलहंस, स्वच्छ नीले आकाश में
लौट रहें होंगे फिर से घर की ओर
तुम कोई भी हो, कितने भी एकाकी
यह दुनिया तुम्हारी कल्पना के लिए खुली है
तुम्हें बुलाती है उसी जंगली कलहंस की तरह, निष्ठुरता और उत्तेज़ना से
बार बार तुम्हारे स्थान की घोषणा करती
चीज़ों के परिवार में।

[ अनुवाद – रश्मि भारद्वाज ]

मेरी ऑलिवर

मेरी जेन ओलिवर (10 सितंबर, 1935 - 17 जनवरी, 2019) एक अमेरिकी कवियत्री थीं, जिन्होंने राष्ट्रीय पुस्तक पुरस्कार और पुलित्जर पुरस्कार जीता था। उनका काम प्रकृति से प्रेरित है, न कि मानव दुनिया से, जो जंगल में एकान्त सैर के लिए उनके आजीवन जुनून से उपजा है। 2007 में उन्हें देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली कवयित्री घोषित किया गया था।

मेरी जेन ओलिवर (10 सितंबर, 1935 - 17 जनवरी, 2019) एक अमेरिकी कवियत्री थीं, जिन्होंने राष्ट्रीय पुस्तक पुरस्कार और पुलित्जर पुरस्कार जीता था। उनका काम प्रकृति से प्रेरित है, न कि मानव दुनिया से, जो जंगल में एकान्त सैर के लिए उनके आजीवन जुनून से उपजा है। 2007 में उन्हें देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली कवयित्री घोषित किया गया था।

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