तीन आदमियों के आगे
भोजन की थाली है
चौथे के आगे
थाली ख़ाली है
तीन आदमियों के बदन पर
रेशमी परिधान है
चौथे का बदन
उघड़ा है
तीन आदमियों के बिस्तर
बंगलों के भीतर
गद्दों पर हैं
चौथे आदमी का बिस्तर
बंगले के बाहर
फ़ुटपाथ पर है
तीन आदमी देश के
प्रथम दर्जे के
नागरिक हैं
चौथा आदमी देश का
दोयम दर्ज़े का
नागरिक है
यह चौथा आदमी
इन तीनों की
आँख की किरकिरी है
मेरे देश की आज़ादी
सिरफिरी है!

नवेंदु महर्षि
नवेंदु महर्षि बिजनौर, उत्तर प्रदेश से हैं और देश के शीर्ष साहित्यकारों में प्रमुख नाम हैं।