चाँद तन्हा है आसमाँ तन्हा

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चाँद तन्हा है आसमाँ तन्हा मीना कुमारी

चाँद तन्हा है आसमाँ तन्हा
दिल मिला है कहाँ कहाँ तन्हा

बुझ गई आस छुप गया तारा
थरथराता रहा धुआँ तन्हा

ज़िंदगी क्या इसी को कहते हैं
जिस्म तन्हा है और जाँ तन्हा

हम-सफ़र कोई गर मिले भी कहीं
दोनों चलते रहे यहाँ तन्हा

जलती-बुझती सी रौशनी के परे
सिमटा सिमटा सा इक मकाँ तन्हा

राह देखा करेगा सदियों तक
छोड़ जाएँगे ये जहाँ तन्हा

मीना कुमारी

मीना कुमारी (1 अगस्त, 1933 - 31 मार्च, 1972) (असल नाम-महजबीं बानो) भारत की एक मशहूर हिन्दी फिल्मों की अभिनेत्री थीं। इन्हें खासकर दुखांत फ़िल्मों में इनकी यादगार भूमिकाओं के लिये याद किया जाता है। मीना कुमारी को भारतीय सिनेमा की ट्रैजेडी क्वीन भी कहा जाता है। अभिनेत्री होने के साथ-साथ मीना कुमारी एक उम्दा शायारा एवम् पार्श्वगायिका भी थीं।

मीना कुमारी (1 अगस्त, 1933 - 31 मार्च, 1972) (असल नाम-महजबीं बानो) भारत की एक मशहूर हिन्दी फिल्मों की अभिनेत्री थीं। इन्हें खासकर दुखांत फ़िल्मों में इनकी यादगार भूमिकाओं के लिये याद किया जाता है। मीना कुमारी को भारतीय सिनेमा की ट्रैजेडी क्वीन  भी कहा जाता है। अभिनेत्री होने के साथ-साथ मीना कुमारी एक उम्दा शायारा एवम् पार्श्वगायिका भी थीं।

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