सपना टूटता है,
आँख नहीं टूटती
टूटती है नींद, रात नहीं टूटती।
साँस टूटती है, हवा नहीं
पत्ते टूटते हैं, छाया नहीं
फूल टूटते हैं, ख़ुशबू नहीं टूटती।
गिलास टूटता है,
पानी नहीं टूटता
बड़े-बड़े बाँध टूटते हैं
पानी तो तब भी नहीं टूटता
पर भरोसा टूटते ही टूट जाता है आदमी।

देवेंद्र अहिरवार
देवेंद्र अहिरवार छतरपुर, मध्यप्रदेश से हैं। आपकी पहचान बतौर अभिनेता, गीतकार, लेखक, परिकल्पक और निर्देशक के रूप में है। आप देश के प्रतिष्ठित नाट्यमंचों से भी जुड़े हुए हैं। आपसे devkactor@gmail.com पे बात की जा सकती है।