ज़िन्दगी में तो सभी प्यार किया करते हैं मैं तो मर कर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा तू मिला है तो ये एहसास हुआ है मुझको ये मेरी उम्र मोहब्बत के लिये
लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी ज़िंदगी शम्अ की सूरत हो ख़ुदाया मेरी! दूर दुनिया का मिरे दम से अँधेरा हो जाए! हर जगह मेरे चमकने से उजाला हो
Moreज़िन्दगी में तो सभी प्यार किया करते हैं मैं तो मर कर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा तू मिला है तो ये एहसास हुआ है मुझको ये मेरी उम्र मोहब्बत के लिये
Moreतुम्हें उदास सा पाता हूँ मैं कई दिन से न जाने कौन से सदमे उठा रही हो तुम वो शोख़ियाँ वो तबस्सुम वो क़हक़हे न रहे हर एक चीज़ को हसरत से
Moreहर लड़की के तकिए के नीचे तेज़ ब्लेड गोंद की शीशी और कुछ तस्वीरें होती हैं सोने से पहले वो कई तस्वीरों की तराश-ख़राश से एक तस्वीर बनाती है किसी की आँखें
Moreहम घूम चुके बस्ती बन में इक आस की फाँस लिए मन में कोई साजन हो कोई प्यारा हो कोई दीपक हो, कोई तारा हो जब जीवन रात अँधेरी हो इक बार
Moreमुझसे पहली-सी मुहब्बत मिरे महबूब न माँग मैनें समझा था कि तू है तो दरख्शां है हयात तेरा ग़म है तो ग़मे-दहर का झगड़ा क्या है तेरी सूरत से है आलम में
Moreफ़ारिहा क्या बहुत ज़रूरी है हर किसी शेरसाज़ को पढ़ना क्या मेरी शायरी में कम है गुदाज़ क्या किसी दिलगुदाज़ को पढ़ना यानी मेरे सिवा भी और किसी शायरे दिलनवाज़ को पढ़ना
Moreहैं आशिक़ और माशूक जहाँ वां शाह बज़ीरी है बाबा । नै रोना है नै धोना है नै दर्द असीरी है बाबा ।। दिन-रात बहारें चुहलें हैं और इश्क़ सग़ीरी है बाबा
Moreमुझ से पहले तुझे जिस शख़्स ने चाहा उस ने शायद अब भी तिरा ग़म दिल से लगा रक्खा हो एक बे-नाम सी उम्मीद पे अब भी शायद अपने ख़्वाबों के जज़ीरों
More