यूँ न रह रह कर हमें तरसाइए आइए आ जाइए आ जाइए फिर वही दानिस्ता ठोकर खाइए फिर मिरी आग़ोश में गिर जाइए मेरी दुनिया मुंतज़िर है आप की अपनी दुनिया छोड़
यूँ न रह रह कर हमें तरसाइए आइए आ जाइए आ जाइए फिर वही दानिस्ता ठोकर खाइए फिर मिरी आग़ोश में गिर जाइए मेरी दुनिया मुंतज़िर है आप की अपनी दुनिया छोड़
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